स्वच्छता सर्वेक्षण- 2021 की रैकिंग हाल ही में जारी हुई जिसमें सतना शहर को फिर से निराशा हाथ लगी है। 1 से 10 लाख की आबादी वाले देश के 372 शहरों के बीच हुए सर्वेक्षण में सतना को 71वां स्थान मिला है। स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों व सफाई के मामले में नगर निगम सतना के प्रयासों में तो कोई कमी नही रही लेकिन शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में लगी रेमकी की लापरवाही शहर की सफाई व स्वच्छता रैकिंग पर भारी पड़ रही है। न तो डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है और न ही रेमकी की लापरवाही की वजह से शहर साफ-सुथरा हो पा रहा है। डोर-टू-डोर गाड़ियां न जाने की वजह से लोग खाली प्लाटों व सड़क -नाली में कचरा फेंक रहे हैं। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में लगी रेमकी की गाड़ियां कचरा उठाने व कचरा संग्रहण करने के बजाय पत्थर व कबाड़ के जरिए नगर निगम से रुपए ऐंठने में ज्यादा ध्यान दे रही हैं। हालात यह है कि शहर के कई वार्डों में पिछले कई दिनों से रेमकी के वाहन पहुंचे ही नहीं हैं। ऐसे में शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कैसे हो रहा है यह जांच का विषय है। आरोप है कि तौल में वजन बढ़ाने के लिए रेमकी द्वारा कचरे के अलावा पत्थर व कबाड़ भी लादा जा रहा है। इस संबंध में कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। इस संबंध में रेमकी के जिम्मेदारों से जब चर्चा करने का प्रयास किया गया तो जिम्मेदारों ने रांग नम्बर कहकर फोन काट दिया। अब देखना यह है कि कचरे की आड़ में पत्थर और कबाड़ का पैसा वसूल रहे रेमकी के खिलाफ नगर निगम कोई सख्त कार्रवाई करता है या फिर यह सब पहले की तरह ही चलता रहेगा।
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