मरीज के लिए डॉक्टर भगवान का रूप होता है, बीमारी से मुक्ति दिलाने की एक उम्मीद होती है उसके दर्द को बांटने का एक जरिया होता है लेकिन इस अस्पताल की कहानी ही कुछ और है। एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के दावे कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इस अस्पताल में करीब पांच साल से अधिक समय से एक भी डाक्टर नहीं हैं। जिले की रीठी विकासखंड के अंतर्गत बडगांव में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जहां अव्यवस्थाएं हावी हैं। यहां ना तो डॉक्टर हैं और ना ही जरूरतमंद स्टॉफ है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, यहां आने वाले मरीजों को पीने के लिए पानी और पर्याप्त संसाधन भी मौजूद नहीं हैं। देखकर ऐसा लगता है कि अस्पताल खुद बीमार है और इसे इलाज की दरकार है। यह बीमारू स्वास्थ केंद्र अपनी स्थिति को खुद बयां कर रहा है।
MP में BJP और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर, IBC24 के चुनावी सर्वे में BJP की हो सकती है वापसी!
मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी जोर पकड़ चुकी है।...