कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक रेट को जस का तस रख सकता है। सेंट्रल बैंक देखो और इंतजार करो की रणनीति अपना सकता है। उसने इसी तरह का रवैया कोरोना के दौरान अपनाया था।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री सौम्यकांति घोष कहते हैं कि आरबीआई दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा। आज से इसकी मीटिंग शुरू हुई है। अंतिम फैसला 8 दिसंबर को आएगा। इसमें दरों पर फैसला किया जाएगा। हालांकि कोरोना के बाद स्थितियां संभल रही थीं और धीरे-धीरे उन सभी उपायों को वापस लिया जा रहा था, जो पहले शुरू किए गए थे।
अब फिर से ओमिक्रॉन ने अलर्ट पर ला दिया है। भारत के मामले में कहें तो इसके लिए अच्छा यह है कि तकरीबन 125 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुका है। ऐसे में भारत भविष्य में अच्छी तैयारी इस बीमारी से निपटने के लिए कर सकता है।