Fake cement : वाराणसी में नकली सीमेंट बेचने का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने कहा कि वह 100 बोरी सीमेंट ले गया। लेकिन उस सीमेंट से ज्वाइनिंग (joining)का काम नहीं हो रहा था। जांच में मिलावटी (adulterated)सीमेंट मिला है।
Fake cement : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नकली सीमेंट बेचने का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह सीमेंट की 100 बोरी ले गया है। लेकिन उस सीमेंट से ज्वाइनिंग(joining) का काम नहीं हो रहा था। इसकी शिकायत दुकानदार से की तो वह टाल गया और बोला कि सीमेंट ठीक है।
लेकिन जांच में मिलावटी सीमेंट मिला वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र के कुआर बाजार निवासी दिबाकर सिंह ने बताया कि शिवपुर में अजीत विश्वकर्मा (Vishwakarma)की दुकान से अल्ट्राटेक सीमेंट की 100 बोरी खरीदी। लेकिन यह सीमेंट नहीं डाला जा सका।
Fake cement : जब उसने इसकी शिकायत अजित से की तो उसने कहा कि वह गाजीपुर के सुइया दुरलपुर के प्रदीप यादव से माल मंगवाता था. इस पर दिवाकर सिंह सीमेंट की शिकायत लेकर प्रदीप के पास पहुंचे और सीमेंट की गुणवत्ता (quality)पर सवाल उठाया।
प्रदीप देर करने लगा कि सीमेंट ठीक है। इस संबंध में दिबाकर ने अल्ट्राटेक कंपनी(ultratech company) के इंजीनियर से संपर्क कर सीमेंट की जांच की, यह सीमेंट अल्ट्राटेक का नहीं है, यह मिलावटी सीमेंट है. पीड़ित ने इसकी शिकायत शिबपुर थाने में की। जिसके आधार पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ नकली सीमेंट बेचने का मामला दर्ज किया है।
Fake cement : ऐसे नकली और असली की पहचान करें
अपने हाथ में कुछ सीमेंट लें और इसे अपनी उंगलियों(fingers) से रगड़ें। असली सीमेंट चिकना लगेगा, जबकि नकली सीमेंट चिकना नहीं लगेगा।
Fake cement : जब मूल सीमेंट में पानी डाला जाता है, तो यह कुछ पलों के लिए तैरता हुआ दिखाई देगा।
एक अच्छी सीमेंट(cement) की थैली में पत्थर नहीं होते।
सीमेंट के थैले पर हाथ रखने मात्र से ठंडक का अहसास होता है।
