Mirror – कमरे की पारिस्थितिकी में दर्पण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह घर की ऊर्जा को प्रभावित ( Influenced ) करने में सक्षम है और घर में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ऊर्जा का स्रोत हो सकता है
Mirror की मदद से आप घर में सकारात्मक ऊर्जा भी ला सकते हैं और दर्पण लगाकर आप अपनी समृद्धि ( prosperity ) को दोगुना कर सकते हैं और ख़ुशी। मिरर वास्तु टिप्स आइए जानते हैं
कांच को घर के किसी भी हिस्से में लगाया जा सकता है। हालांकि, घर के अलग-अलग हिस्सों के लिए दर्पण ( Mirror ) की वास्तु दिशा अलग-अलग होती है।

Mirror – बेडरूम के लिए मिरर वास्तु टिप्स
बेडरूम इकोलॉजी 9 ecology ) के अनुसार बेडरूम में शीशा नहीं लगाना चाहिए। बेडरूम में शीशा रखने से घर में लोगों की सेहत और शांति खराब होती है।
अगर आप बेडरूम में शीशा लगाना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि वह बेड के सामने न हो।
दर्पण वास्तुशास्त्र के अनुसार बिस्तर में सोने वाले व्यक्ति का प्रतिबिंब अशुभ होता है।
Mirror को किसी कपड़े से छिपाना या ढकना सबसे अच्छा दर्पण वास्तु टिप है। खासकर जब शीशा ( Mirror ) इस्तेमाल में न हो तो शीशा खुला नहीं छोड़ना चाहिए।
बेडरूम मिरर वास्तु सुझाव देता है कि एक दर्पण को बेडरूम के प्रवेश द्वार या दरवाजे को प्रतिबिंबित नहीं करना चाहिए।
बेडरूम मिरर वास्तु हेडरेस्ट पर दर्पण के साथ डिजाइनर बेड के उपयोग को प्रतिबंधित करता है। माना जा रहा है कि इससे रहवासियों में खलबली मची हुई है।
कभी भी झूठी छत पर दर्पण न लगाएं क्योंकि यह बिस्तर या फर्श से परावर्तित हो सकता है और नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
बेडरूम में जंग लगे कांच या टूटे शीशे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। घर के लिए वास्तु के अनुसार, यह बेडरूम में नकारात्मक ( Negative ) ऊर्जा को आकर्षित करता है।
अपने बेडरूम ( bedroom ) के ड्रेसिंग रूम में शीशा लगाने के लिए अयन वास्तु की सबसे अच्छी दिशा उत्तर या पूर्व है।
Mirror – बच्चे के कमरे के लिए मिरर वास्तु टिप्स
बच्चों के कमरे में शीशा ( Mirror ) नहीं लगाना चाहिए, वास्तु शास्त्र में शीशे लगाने की सलाह दी गई है।
मिरर इकोलॉजी के अनुसार बच्चों के कमरे में शीशा लगाने से बेचैनी और तनाव हो सकता है।
बच्चों के कमरे में लगे शीशे बच्चों में भ्रम, भ्रम और भय पैदा कर सकते हैं।
Mirror – लिविंग रूम के लिए मिरर वास्तु टिप्स
लिविंग रूम में या जब दरवाजा खुलता है तो मुख्य दरवाजे के सामने शीशा लगाने से बचें।
प्रधान द्वार वास्तु के अनुसार प्रवेश द्वार के सामने शीशा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
लिविंग रूम के लिए मिरर वास्तु दर्पण को फ़ोयर में या कंसोल टेबल के ऊपर रखना चाहिए।
लिविंग रूम की उत्तर या पूर्व की दीवार शीशा ( Mirror ) लगाने के लिए सबसे अच्छी दिशा होती है।
लिविंग रूम के शीशे हमेशा खिड़की के सामने की दीवार पर लगाना चाहिए। मिरर वास्तु के अनुसार जब लिविंग रूम को खिड़की के सामने उत्तर या पूर्व की दीवार पर रखा जाता है तो दोपहर के समय सबसे ज्यादा बिजली मिलती है।
