भारत की उर्जा राजधानी सिंगरौली में आज़ादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम के तहत पांच दिवसीय 22 अप्रैल से 26 अप्रैल तक प्रशिक्षण, तपोवन काम्प्लेक्स में CISF शक्तिनगर के जवानों के लिए सिक्यूरिटी विंग द्वारा आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनांक 22 अप्रेल 2022 को किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में CISF शक्तिनगर कमानडेंट गोपाल दत्त जी, भोपाल से पधारी वंदना दीदी जी (Gold Medal List in chemistry) एवं सुरेश भाई जी, क्षेत्रीय संचालिका बी.के. शोभा बहन रहें एवं द्वीप प्रज्ज्वलन के द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया| एवं गोपाल दत्त जी को ईश्वरीय सौगात देते हुए सम्मानित किया गया
5 दिवसीय कार्यशाला में कोर्स कराते हुए प्रतेक दिन विभिन्न विषय को लेकर प्रशिक्षण कराते हुए प्रतीक्षा बहन द्वारा मनोरंजक गतिविधि के द्वारा प्रेरणादायक शिक्षाएं दी गई | प्रथम दिवस वंदना दीदी जी द्वारा व्यसन मुक्ति विषय पर बताया गया, की अगर कही हम लिखा हुआ देखें की पानी पेय योग्य नही है तो उस पानी को हम नही पीते, भोजन मे यदि बासी होकर गंध आने लग जाए तो उस भोजन को हम दूर कर देते हैं
किंतु मादक पदार्थों के पैकेट पर लिखा होता है की वो जानलेवा है इससे कैंसर होता है इसके बावजूद लोगों को उसकी आदत लग जाती है सो हमें इस लत को जड़ से खत्म करना होगा, सिंगरौली की क्षेत्रीय संचालिका बी. के. शोभा बहन द्वारा जीवन मूल्यों के महत्त्व के बारे में बताया गया साथ ही CISF शक्तिनगर कमानडेंट गोपाल दत्त जी द्वारा अपना अनुभव साँझा किया गया| कार्यक्रम के द्वितीय दिवस वंदना दीदी जी द्वारा स्ट्रेस मनेजमेंट के बारे में बताया गया एवं सुरेश भाई जी द्वारा आत्मा का परिचय दिया गया
जिस प्रकार गाड़ी को ड्राइवर संचालित करता है उसी प्रकार इस शरीर रूपी गाड़ी को संचालित करने वाली आत्मा ड्राइवर है कार्यक्रम की निरंतरता में तृतीय दिवस वंदना दीदी जी द्वारा कर्मो की गुह्य गति विषय पर बताया गया एवं सुरेश भाई जी द्वारा परमात्मा का परिचय दिया गया एवम् परमात्मा से सर्व संबंध जोडने की विधि बताई गई, मंदिर मे जाने के बाद गाते है तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा लेकिन मंदिर से बाहर निकलते ही सबकुछ मेरा मेरा करते हैं और दुखी होते हैं और अपने दुख का कारण परमात्मा को समझते हैं.
कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस में अपर्णा बहन द्वारा एंगर मनेजमेंट के बारे में बताया गया एवं वंदना दीदी जी द्वारा श्रृष्टि चक्र के बारे में समझाया गया कार्यक्रम के पाचवे दिन वंदना दीदी जी द्वारा राजयोग करने की आवश्यकता एवं विधि बताई गई एवं बी.के.शोभा बहन द्वारा राजयोग का अभ्यास कराया गया|
कार्यक्रम के समापन में CISF के जवानों द्वारा अपना अनुभव साझा करते हुए रजयोग को अपने दैनिक दिनचर्या में लाने, व्यसन मुक्त रहने, तनाव मुक्त रहने का संकल्प लेते हुए अपने जीवन में आये परिवर्तन की खुशी जाहिर की गई एवं सभी भाई बहनों को धन्यवाद् किया गया| सभी CISF जवानों को ईश्वरीय सौगात देते हुए ब्रह्मा भोजन कराया गया|