SINGRAULI NEWS – राजनीतिक विशेषज्ञों की भविष्यवाणीनुसार नगर पालिक निगम सिंगरौली के महापौर की सीट अनारक्षित घोषित हो गई। घोषणा होने के बाद भाजपा से सिंगरौली अनारक्षित महापौर पद का टिकट मांगने सर्वसमाज से वैसे तो अनगिनत नेता है जो किस्मत आजमाने चुनावी दंगल में दो दो हाथ करने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन सबसे सशक्त दावेदारी है उसमे सिंगरौली ननि क्षेत्र के क्षत्रिय व ब्राह्मण समाज का।
ब्राह्मण समाज से महापौर का टिकट मांगने गिरीश द्विवेदी, विनोद दुबे व वशिष्ठ पाण्डेय सहित कई चर्चित चेहरो की दावेदारी हो सकती है वहीं क्षत्रिय समाज से कांति देव सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा व वरिष्ठ भाजपा नेता शिवेंद्र बहादुर सिंह (दादोली दादा ) भी अपनी _अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर सकते हैं।
ब्राह्मण समाज के दावेदारों को टिकट दिलाने जहां ब्राह्मण समाज लामबंद डिमांड रख रहा है कि इस बार चाहे जिसे भी मिले पर महापौर पद का टिकट ब्राह्मण समाज से ही किसी को मिले। भाजपा संगठन में दबदबा रखने वाले ब्राह्मण व क्षत्रिय समाज को क्या इस बार महापौर सीट के बहाने ही सही क्या सत्ता मे मौका मिलेगा! देखना दिलचस्प होगा।
राजनीतिक जानकारों व सूत्रों के अनुसार ब्रह्मण समाज से सिंगरौली सीडा के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा संगठन में कई विभिन्न पदों पर रहे चुके गिरीश द्विवेदी की दावेदारी निश्चित है। भाजपा संगठन में समर्पित भाव से कई वर्षो से जुड़े श्री द्विवेदी को(सीडा अध्यक्ष को छोड़ दें तो) सत्ता का लाभ नही मिला है।
जिले से लेकर प्रदेश संगठन तक अपनी विशेष पहुंच रखने वाले श्री द्विवेदी भी टिकट मांग सकते हैं। भाजपा के सिद्धांतानुसार हो सकता है की शायद इस बार किसी युवा चहरे को मौका मिले सो एबीव्हीपी, संघ व भाजपा संगठन में कई पदों पर रह चुके सरल व सहज विनोद दुबे भी अपनी प्रबल दावेदारी प्रस्तुत कर सकते हैं।
पोस्टर कालिख काण्ड अचानक से चर्चा में आए होटल व्यवसाई , संविदाकार समाजसेवी व भाजपा संगठन में सक्रिय वशिष्ठ पाण्डेय की भी सशक्त दावेदारी हो सकती है। सूत्रों की माने तो श्री पांडेय टिकट पाने पूरी तरह से सक्रिय भी हैं। उक्त ब्राह्मण चेहरों के अलावा कुछ और पुराने व युवा चेहरों का नाम भी दावेदारों की लिस्ट में शामिल है।
अनारक्षित सिंगरौली महापौर सीट पर किस्मत आजमाने ब्राह्मण समाज से जुड़े उक्त नेता तो टिकट मांग ही रहे हैं दूसरी ओर इनके समर्थन में ब्राह्मण समाज के लोग भी उक्त दावेदारों में से ही किसी को टिकट दिलाने लामबंद है। उधर क्षत्रिय समाज से वर्तमान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता कांति शीर्ष देव सिंह भी अपनी दावेदारी ठोक सकते हैं।
हालाकि इससे पूर्व उनको एक बार महापौर का टिकट मिला था जिसमे उन्हे हार का सामना करना पड़ा था, पर इस बार देश व प्रदेश में भाजपा की सरकार होने और जनता के बीच भाजपा की लोकप्रियता को देखते हुए दावेदारी का मन बना सकते हैं।
भाजपा संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले भाजपा सीधी सिंगरौली में विभिन्न पदों पर रहकर पार्टी के हित में कार्य करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता शिवेंद्र बहादुर सिंह (दादोली दादा ) भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर सकते हैं।
सामान्य हुई सिंगरौली महापौर सीट से चुनाव लडने वाले सर्वसमाज से दावेदारों की वैसे तो लम्बी फेहरिस्त है लेकिन भाजपा संगठन में जिले से लेकर प्रदेश तक पकड़ रखने वाले उम्मीदरत ब्राह्मण व क्षत्रीय समाज को क्या इस बार सत्ता का मौका मिलेगा या फिर संगठन में ही मिले दायित्वों से संतुष्ट रह कर पार्टी की सेवा करते रहेंगे। यह आने वाले 10 दिन में तस्वीर साफ हो जाएगी।