Smart phone : अब सरकार भी स्मार्टफोन निर्माताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इसके तहत स्मार्टफोन कंपनियां फोन में प्री-इंस्टॉल ऐप्स(apps) (फोन में पहले से इंस्टॉल ऐप्स) नहीं कर सकेंगी।
सुरक्षा खतरों के चलते सरकार ने पिछले दो सालों में सैकड़ों ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब सरकार भी स्मार्टफोन(smart fone) निर्माताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
Smart phone : इसके तहत स्मार्टफोन कंपनियां फोन में प्री-इंस्टॉल ऐप्स (फोन में पहले से इंस्टॉल ऐप्स) नहीं कर सकेंगी। साथ ही ऑपरेटिंग(operating) सिस्टम के बड़े अपडेट भी परखे जाएंगे।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के इस फैसले से फोन बनाने वाली कई बड़ी कंपनियां (companies)प्रभावित होंगी। इन कंपनियों के स्मार्टफोन्स में ऐप्स पहले से इंस्टॉल होते हैं।
Smart phone : आमतौर पर यूजर्स इन ऐप्स को फोन से हटा भी नहीं पाते हैं। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है। ऐसे में कंपनियों के लिए सरकार के इस फैसले को नजरअंदाज(ignore) करना आसान नहीं होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय जासूसी और स्मार्टफोन यूजर्स की जानकारी के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित है। सूत्रों के मुताबिक, नए नियमों(rules) पर अभी विचार चल रहा है।
Smart phone : पहले से इंस्टॉल ऐप्स सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं हैं। हम नहीं चाहते कि चीन समेत कोई विदेशी(Foreigner) ताकत इसका फायदा उठाए। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।
Smart phone : 300 चाइनीज ऐप्स बैन
2020 के बाद से चीनी टेक कंपनियों के खिलाफ सरकार की ओर से सख्ती का दौर चल रहा है। तब से अब तक सरकार टिकटॉक समेत 300 से ज्यादा चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुकी है। चीनी कंपनियों(companies) द्वारा भारत में निवेश पर भी शिकंजा कसा गया है।
