USB Type-C : भारतीय मानक ब्यूरो (bis) ने तीन इलेक्ट्रॉनिक(Electronics) उपकरणों डिजिटल टेलीविजन रिसीवर, यूएसबी टाइप-सी चार्जर और वीडियो निगरानी प्रणाली (VSS) के लिए गुणवत्ता मानक पेश किए हैं। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने सोमवार को यूएसबी टाइप-सी रिसेप्टेकल्स, प्लग और केबल के लिए मानक लॉन्च किए।
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि बीआईएस ने इलेक्ट्रॉनिक्स(Electronics) के क्षेत्र में तीन महत्वपूर्ण भारतीय मानक पेश किए हैं। दरअसल सरकार ने उपभोक्ताओं की सुविधा और इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम करने के लिए गैजेट्स के चार्जिंग पोर्ट में यह बड़ा बदलाव किया है।
USB Type-C : बीआईएस ने जारी किए मानक
भारतीय मानक ब्यूरो ने तीन इलेक्ट्रॉनिक(Electronics) उपकरणों डिजिटल टेलीविजन रिसीवर, यूएसबी टाइप-सी चार्जर और वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) के लिए गुणवत्ता मानक पेश किए हैं।
बीआईएस ने कहा कि उसका लक्ष्य देश में बेचे जाने वाले स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक(Electronics) उपकरणों के लिए एक सामान्य चार्जिंग समाधान प्रदान करना है। इससे इन सभी उपकरणों के उपयोगकर्ताओं को लाभ होने की उम्मीद है और साथ ही ई-कचरे को कम करने के लिए सरकार के अभियान में काफी मदद मिलेगी।
USB Type-C : ये तीन मान हैं
भारतीय मानक ब्यूरो बिल्ट-इन सैटेलाइट ट्यूनर के साथ डिजिटल टेलीविजन रिसीवर के लिए पहला मानक है। भारतीय मानक ब्यूरो ने अंतर्निर्मित उपग्रह ट्यूनर वाले टेलीविज़न के लिए एक भारतीय मानक IS 18112:2022 पेश किया है।
बयान के अनुसार, इस भारतीय मानक के लिए बने टीवी फ्री-टू-एयर टीवी और रेडियो चैनलों को देखने के लिए एलएनबी के साथ एक डिश एंटीना को जोड़ते हैं। यानी यूजर्स को अलग-अलग पेड और फ्री चैनल देखने के लिए बार-बार डिश एंटीना नहीं खरीदना पड़ेगा।
दूसरा मानक यूएसबी टाइप सी रिसेप्टेकल्स, प्लग और केबल के लिए है। भारतीय मानक ब्यूरो ने यूएसबी टाइप-सी केबल और कनेक्टर्स पर भारतीय मानक आईएस/आईईसी 62680-1-3:2022 प्रकाशित किया है। यह भारतीय मानक मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय मानक IEC 62680-1- 3:2022 के आधार पर पेश किया गया है।
यह मानक विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, नोटबुक आदि में उपयोग के लिए एक एकल यूएसबी टाइप-सी पोर्ट, प्लग और केबल के लिए है। यानी यह मानक देश में बिकने वाले स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सामान्य चार्जिंग के लिए होगा।
तीसरा मानक वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों की आईईएस 62676 श्रृंखला को अपनाता है। यह एक वीडियो निगरानी प्रणाली के सभी पहलुओं जैसे कि कैमरा डिवाइस, इंटरफेस, सिस्टम आवश्यकताएँ और छवि गुणवत्ता के लिए परीक्षण के लिए आवश्यकताओं की एक विस्तृत रूपरेखा प्रदान करता है।
USB Type-C : ई-कचरा कम होगा
सरकार का मानना है कि सभी डिवाइस के लिए एक ही तरह के चार्जर का इस्तेमाल करने से यूजर्स को हर बार नया डिवाइस खरीदने पर अलग चार्जर नहीं खरीदना पड़ेगा और इससे ई-वेस्ट भी कम होगा।
कृपया ध्यान दें कि वर्तमान में देश में कई प्रकार के पोर्ट चार्जर का उपयोग किया जा रहा है। यानी आपको अलग-अलग डिवाइस के लिए अलग-अलग पोर्ट वाला चार्जर साथ रखना होगा। सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को आने-जाने में होती है।
USB Type-C : यूरोपीय संघ ने नियम बनाए हैं
यूरोपीय संघ (ईयू) ने यूनिवर्सल चार्जर के बारे में पहला नियम बनाया और तब से दुनिया भर के देश इस समस्या को हल करने के लिए काम कर रहे हैं। यूरोपीय संघ ने कहा है कि 2024 के अंत तक यूरोपीय संघ में बेचे जाने वाले सभी मोबाइल फोन, टैबलेट और कैमरे यूएसबी टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट के साथ बेचे जाएंगे।
यह निर्णय ई-कचरे को कम करने में मदद करेगा और उपयोगकर्ताओं को अधिक टिकाऊ उत्पाद प्रदान करेगा। हालाँकि Apple ने कहा कि यूनिवर्सल चार्जर्स की शुरुआत नवाचार को मार देगी और प्रदूषण को बढ़ाएगी, Apple ने इसके पीछे के कारणों को नहीं बताया है।
