SINGRAULI – मोरवा थाना क्षेत्र के रिलायंस कोल माइंस के द्वारा मुहेर में ग्रामीणों के विरोध के बाद भी जबरिया ब्लॉस्टिंग को लेकर कार्य किया जा रहा था। इस दौरान विरोध में पहुंचे ग्रामीणों को पुलिस अमले के द्वारा रोकने का प्रयास किया। जहां ग्रामीणों ने मारपीट का आरोप लगाया है।
दरअसल पिछले दो दिनों से रिलायंस कोल माइंस मुहेर ( SINGRAULI ) में ब्लास्टिंग किये जाने को लेकर सुरंग बनाये जाने का कार्य किया जा रहा था। जिसको लेकर लगातार ग्रामीण लामबंद होकर विरोध कर रहे थे।
जहां बीते दिनों प्रशासन की मौजूदगी में रिलायंस के अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि विस्थापन एवं मुआवजा की कार्रवाई पूरी होने के बाद ही ब्लास्टिंग का कार्य किया जाये।
लेकिन ग्रामीणों का आरोप है की बिना मुआवजा दिये ही आज शनिवार को रिलायंस कोल माइंस ( SINGRAULI ) के अधिकारी मौके पर पहुंच बनाये गये सुरंग में ब्लास्टिंग के लिए बारूद भरने के लिए आये हुए थे।
जिसका विरोध विस्थापन से प्रभावित लोग कर रहे थे। किन्तु विस्थापित परिवारजनों के कोल माइंस के अमले ने एक भी नहीं सुनी और इसी बात को लेकर प्रभावित लोग हंगामा शुरू कर दिये।
ग्रामीणों का आरोप है की पुलिस का सहारा लेकर कोल माइंस के अधिकारियों ने जबरिया ब्लास्टिंग कराया और मारपीट भी कराया है। जिसमें लालजी जायसवाल को गंभीर चोट आने पर जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
फिलहाल रिलायंस कोल माइंस के इस जबरिया एवं खाकी बर्दी का खौफ दिखाकर किये जा रहे कार्रवाई से लोगों में असंतोष बढ़ रहा है। साथ ही प्रशासन के दोहरे मापदण्ड को लेकर भी तरह-तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं।
घर से सौ मीटर दूरी पर हुई ब्लास्टिंग
इस संबंध में प्रभावित लालजी जायसवाल का कहना है कि आज शनिवार को सुबह से ही रिलायंस सासन पावर कोल माइंस के अधिकारी हम लोगों के घर के नजदीक करीब सौ मीटर के अंदर बनाये गये सुरंग में बारूद डालने के लिए पहुंचे थे।
जिसका विरोध हम ग्रामीण कर रहे हैं कि अभी मुआवजा की राशि वितरित हो जाये और हम लोग अपने घरों को खाली कर अन्यत्र चले जायें इसके बाद ब्लास्टिंग की कार्रवाई की जाय।
लेकिन रिलायंस के अधिकारी जबरिया सुरंग में बारूद भरते हुए व पुलिस का खौफ दिखाकर हम लोगों को बेदखल करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। साथ ही प्रभावित महिला एवं पुरूषों के साथ बेरहमी से मारपीट करायी गयी है। आरोप है कि प्रशासन सोची समझी रणनीति के तहत कोल माइंस का साथ दे रही है।
तीर-धनुष से पुलिस पर बना रहे थे निशाना
सूत्र बता रहे हैं कि जिस वक्त हंगामा विस्थापित परिवार के द्वारा किया जा रहा था उसी दौरान शीट मकान के ऊपर चढ़कर दो लोग पुलिस पर तीर-धनुष से निशाना साध रहे थे।
संयोग था कि ऐसे लोगों पर पुलिस की नजर पड़ गयी वर्ना किसी बड़े घटना को अंजाम दे सकते थे। यह भी बताया जा रहा है कि यह सब सोची समझी रणनीति के तहत पुलिस पर हमला करने की योजना थी।
पुलिस की चौकन्नी निगाहें इन पर पड़ गयीं और जैसे ही पुलिस की नजर इन पर पड़ी मामला एसडीएम व पुलिस अधिकारी समझ गये और विवाद को टालने में लग गये।
इनका कहना है
रिलायंस कोल माइंस ( SINGRAULI ) के अधिकारी व ग्रामीणों के बीच ब्लास्टिंग को लेकर वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हुई थी। रिलायंस कंपनी के द्वारा जबरिया ब्लास्टिंग की कार्रवाई किये जाने का मामला सामने आया था, जहां मैं मौके पर पहुंच रिलायंस के अधिकारियों को समझाईश दिया है कि जब तक मुआवजे की राशि वितरित नहीं की जाती और ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर अन्यत्र नहीं जाते तब तक ब्लास्टिंग की कार्रवाई नहीं की जायेगी। ग्रामीणों द्वारा लगाये जा रहे मारपीट का आरोप बेबुनियाद है।
ऋषि पवार, एसडीएम SINGRAULI