SINGRAULI NEWS : संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल का असर ग्रामीण अंचलों के डिलेवरी प्वाइंट एवं प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्रों में दिखाई दे रहा है। प्रसव पीडि़त महिलाएं डिलेवरी प्वाइंट पर प्रसव के इंतजार में कई घण्टे व्यतीत कर दे रही हैं। उक्त केन्द्रों का ताला नहीं खुल रहा है। जिसके कारण प्रसव पीडि़त महिलाओं को परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है।
SINGRAULI NEWS : गौरतलब हो कि म.प्र.संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर 11 दिनों से बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं। इनके बेमियादी हड़ताल पर चले जाने से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त एवं पस्त हो चुकी हैं।
SINGRAULI NEWS : सबसे ज्यादा प्रभाव डिलेवरी प्वाइंटों पर दिखाई दे रहा है। जहां अधिकांश डिलेवरी प्वाइंट संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के भरोसे चल रहा था। यहां के संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिसके कारण उप स्वास्थ्य केन्द्रों में ताला लटका हुआ है।
SINGRAULI NEWS : चितरंगी ब्लाक के डिलेवरी प्वाइंट कसर, बगैया है। इस क्षेत्र की प्रसव पीडि़त महिलाओं के डिलेवरी के लिए बरगवां प्राथमिक या मोरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाना पड़ रहा है। यहां के संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर होने के कारण प्रसव पीडि़त महिलाओं को दर-दर भटकना पड़ रहा है।
SINGRAULI NEWS : संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सिंगरौली के अध्यक्ष का दावा है कि कर्मचारियों के हड़ताल के कारण स्वास्थ्य केन्द्रों की व्यवस्थाएं पूरी तरह से बेपटरी पर हैं। प्रदेश सरकार की तानाशाही रवैया का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि हड़ताल तभी समाप्त होगी जब मांगें पूर्ण कर दी जायेंगी। प्रदेश सरकार से संदेशा आ रहा है कि पहले हड़ताल समाप्त करें फिर चर्चा करेंगे। अब इस तरह की गलती हम लोग नहीं करेंगे। पिछले दो बार इसी तरह मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि पहले हड़ताल समाप्त करें फिर वार्ता कर समाधान करेंगे।
SINGRAULI NEWS : उनके आश्वासन पर दो बार हड़ताल समाप्त किया गया लेकिन बदले में कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आज हड़ताल के 11 वें दिन प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मिशन संचालक, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली, एनएचएम संचालक वित्त सहित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के यहां मेल करते हुए अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए नियमितीकरण कराये जाने की मांग की गयी है।