Singrauli – बैढन हल्का पटवारी की मनमानी से सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर अ रहा है। काष्तकारों और भूमि स्वामियों से बीना सुविधा शुल्क ( Charge ) लिए बैढन पटवारी द्वारा कोई काम नही किया जाता है।
Singrauli बैढन पटवारी की अवैध कमाई इतनी अधिक है कि शहर के पाश इलाके में करोडों की हवेली तान दी है। इतना ही नही साले व अन्य रिष्तेदारों के नाम करोडों की प्रापर्टी बना डाली है।
Singrauli बैढन हल्का पटवारी की मनमानी से परेशान लोगों ने आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ( EOW ) और लोकायुक्त से जांच कराने की मांग की है।
बताया जाता है कि सिंगरौली ( Singrauli ) जिला मुख्यालय बैढन में पदस्थ हल्का पटवारी ( Patwari ) उमेश नामदेव द्वारा बैढन हल्का क्षेत्र का कामकाज करने के लिए कई दलाल रखे है। जिनके द्वारा काष्तकारो और भूमिस्वामियों से काम के बदले मुँहमांगी सुविधा शुल्क नही देने पर तारीख पर तारीख देकर दौडाते रहते है।
बताया जाता है कि बैढन हल्का पटवारी पैसे के आगे माननीयों की शिफारिस भी अनसुना कर देते है। बताया जाता है कि पटवारी और उनके दलालो द्वारा मजबूर कर लोगों से मनमानी सुविधा शुल्क वसूल किया जाता है।
Singrauli – जिसने दी मोटी रकम, उसी की जमीन
बताया जाता है कि बैढन हल्का पटवारी को जिसने मोटी रकम ( Amount ) पकडाई उसी की तरफ जमीन कर दी जाती हैैैै। बैढन षहर की बेशकीमती जमीनों को पाने सीमांकन में इधर-उधर खिसकाने के नाम पर पटवारी द्वारा लाखों रूपये में सौदेबाजी की जाती है।
मुँहमांगा सुविधा शुल्क नही देने वालों को जहां जमीन से हाथ धोने की नौबत आ जाती है, वही करोडो रूपये डूबने का भय बना रहता है। नतीजतन लोग मजबूर होकर पटवारी को सुविधा शुल्क देने के लिए विवष है।
Singrauli – ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त से जांच की मांग
Singrauli बैढन हल्का पटवारी की मनमानी से परेशान लोगो ने ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त से जांच की मांग की है। लोगो का कहना है कि पटवारी की काली कमाई इतनी ज्यादा है कि पाश कालोनी पचखोरा में करोडो की आलीशान हवेली, साले व रिष्तेदारो के नाम 15 लाख से ज्यादा की लग्जरी स्कार्पियों वाहन और कई बेश कीमती प्लाट व चल अचल संम्पत्तियां अर्जित की है।
जो इनकी आय से कई गुना है।जिसकी जांच एजेंसिंयों द्वारा कराई जाय तो इनकी काली कमाई की हकीकत सामने आने देर नही लगेगी। बताया जाता है कि सरकार व प्रशासन द्वारा आम काष्तकारों व भूमिस्वामियों के लिए कई सहूलियतें वाले नियम कानून बनाए है, लेकिन बैढन पटवारी की मनमानी के आगे सब बौने व बेअसर साबित हो रहे है। जिससे सत्तारूढ़ पार्टी से लोग खासे नाराज हैं।