SINGRAULI NEWS : संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा म.प्र. सरकार की नीतियों एवं अडिय़ल रवैये को लेकर जहां 19 दिसम्बर से हड़ताल पर उतर आये हैं। वहीं आज 10वें दिन मिट्टी खाकर म.प्र. सरकार का विरोध प्रदर्शन किया।
SINGRAULI NEWS : संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मृगेन्द्र सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हमारी सरकार ने वर्ष 2018 में यह कहकर कि संविदा प्रथा गलत है, ऐसी प्रथा नहीं होना चाहिए, इसे सामाप्त होना चाहिए और इस प्रथा को हम समाप्त करेंगे तथा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए नीति बनायेंगे यह छल करके हमारी हड़ताल को 42 दिन में खत्म कराकर हमें छला है लेकिन इस बार हम उनके छलावे में नहीं आने वाले हैं, हम सभी को एक रहना है और संविदा मुक्ति हरहाल में चाहिए, हड़ताल किसी भी कीमत में बिना नियमितीकरण या हमारी मांगे पूरी हुए बिना खत्म नहीं करना है।
SINGRAULI NEWS : उन्होंने बताया कि आज हमारी हड़ताल को 10 दिवस होने जा रहे हैं, और आज हम सभी संविदा कर्मचारी सरकार को ये बताना चाहते हैं कि आपकी सरकार आम जनता और कर्मचारियों के द्वारा चुनी जाती है, लेकिन चुनाव के समय लोगों से बड़े-बड़े वायदे करके छलने का कार्य किया जाता है और सरकार बनने के बाद वही सरकार, आम जनता एवं कर्मचारियों को भूल जाती है, संविदा प्रथा, आउटसोर्स जैसी प्रथा लाकर कम से कम तनख्वाह में काम करा रही है, और अपने वायदे से मुकर गई है, जिससे कर्मचारियों में आक्रोष व्याप्त है और आज संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन स्वरूप अपनी थाली में मिट्टी परोस कर खाया।
SINGRAULI NEWS : जिससे यह स्पष्ट है कि इतनी कम सैलरी में लोग कैसे अपने घर चलायें, कैसे अपने बच्चों को पढ़ायें एवं कैसे अपने जीवन-यापन के लिए अन्य कार्य करें, अब आज जिनकी उम्र 40 वर्र्ष संविदा में कार्य करते हुए पूरा हो गई है वह किसी अन्य जगह आवेदन भी करने लायक नहीं बचे। उन्होंने कहा कोविड के समय में समस्त संविदा कर्मचारियों द्वारा अपने परिवार, अपने माता-पिता की चिंता किये बिना दिन-रात एक करके आम जनता की सेवा किया। आज वही कर्मचारी अपनी जायज मांगों को लेकर जब हड़ताल पर हैं तो सरकार के कान में जूँ तक नहीं रेंगता।
SINGRAULI NEWS : विगत दिनों जब हमारे संविदा साथियों द्वारा स्वास्थ्य मंत्री से अपने अधिकारी की मांग करने के लिए मिलना चाहा तो संविदा कर्मचारियों के साथ अपराधी जैसे बर्ताव हुआ है, इसलिए अब आप सभी हड़ताल में अडिग रहें। इस बार नियमितीकरण के बिना हड़ताल से वापस नहीं आना है।
